गुरु जी के चरणों में कोटि कोटि नमन। ध्यान को सीखने और समझने के लिए मैंने बहुत से संस्थानों का आश्रय लिया है। मेरा स्वयं का ये अनुभव रहा है कि बड़े बड़े संस्थान पैसे तो लेते है लेकिन ध्यान के नाम पर सिर्फ मूर्ख बनाया जाता है। ऊर्जा धाम से जुड़ते समय मेरे मन में वही डर था लेकिन जब ध्यान सीखना शुरू किया, आशीष गुरु जी की बातों को समझा तो मेरे सारे भ्रम दूर हो गए। कुछ ऐसे आलौकिक अनुभव भी मैंने पाए जिनका वर्णन शब्दों में नहीं किया जा सकता। आपसे जुड़े के बाद मेरा जीवन बहुत अच्छा हुआ है, आपका आशीर्वाद सदैव बनाये रखिएगा।